सोनिया के ससुराल में ;मनमोहन का राज है ।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
2g हो या 3g कोयला , हर जगह लूट के खायेंगे ;
जो भी रोकेगा खाने से, जाँच करा फंसवायेंगे ।
बालू -लालू साथ हैं जिसके ,और मुलायम प्याज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
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जो नही है कुर्सी पर , कर रहा देश बर्बाद है ;
गड्कड़ी का हो बेड़ा गर्क ,ईमानदार बढ़ेरा दामाद है ।
जो चिल्लाया उसे फसाया , वाह क्या अन्दाज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
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जाने क्या -क्या गुल खिलाये ,रामदेब का कला धन ;
लोकपाल की खाल तले , अन्ना करे लाख अनशन।
सबकी टाय -फिस्स करता , दिग्घी की आवाज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
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भारत इटली कैसे बने , तो महँगाई बढाना है ;
घर का चूल्हा जाये भांड में ,एफडीआई का हीटर लगाना है ।
सन सैतालिस के बाद , भारत हीट में आज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
---------------श्री राम रॉय
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
2g हो या 3g कोयला , हर जगह लूट के खायेंगे ;
जो भी रोकेगा खाने से, जाँच करा फंसवायेंगे ।
बालू -लालू साथ हैं जिसके ,और मुलायम प्याज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
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जो नही है कुर्सी पर , कर रहा देश बर्बाद है ;
गड्कड़ी का हो बेड़ा गर्क ,ईमानदार बढ़ेरा दामाद है ।
जो चिल्लाया उसे फसाया , वाह क्या अन्दाज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
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जाने क्या -क्या गुल खिलाये ,रामदेब का कला धन ;
लोकपाल की खाल तले , अन्ना करे लाख अनशन।
सबकी टाय -फिस्स करता , दिग्घी की आवाज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
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भारत इटली कैसे बने , तो महँगाई बढाना है ;
घर का चूल्हा जाये भांड में ,एफडीआई का हीटर लगाना है ।
सन सैतालिस के बाद , भारत हीट में आज है ।।
जिसने जितना मॉल खसोटा ; उसपे उतना नाज है ।।
---------------श्री राम रॉय