कविता
आज मेरे साजन आये हैं
-----------------------------
दिल झूम झूमकर गाओ,
आज मेरे साजन आये हैं ,
लाये हैं रूहानी खुश्बू,
बाहों का हार लाये हैं।
लाये हैं मेरे मन का झूला
मन खुशी से मेरा फूला फूला,
नहीं हैं कदम मेरे जमीं पे,
मेरे सपनों का संसार लाये हैं।
लगी चहूँओर चिडियाँ चहकने,
मन लगे कुछ मेरे बहकने,
मन का मोर लगा नाचने ,
चहूँओर बहार लाये हैं।
बागों में बहार है आयी,
चलने लगी हवा पुरवाई,
लगा दिल झूम झूम गाने,
ढ़ेर सारा वह प्यार लाये हैं।
-----0---
अरविन्द अकेला
बहुत सुन्दर।
बहुत सुन्दर।