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मुंशी प्रेमचंद महोत्सव, लघुकथा,सच्ची भक्ति-डॉ विजय लक्ष्मी


"सच्ची-भक्ति"(लघुकथा)

अवनी और तारा सावन में झूला झूल रही हैं। तारा अवनी की कामवाली (सन्तो)की बेटी है। तारा का अपनी अम्मा के सिवा कोई नहीं है। अवनी और तारा दोनों एक ही उम्र की हैं। जब सन्तो अवनी के यहाँ काम करने आती है तो वह तारा को अपने साथ ले आती है।तब तारा और अवनी दोनों साथ-साथ धमाचौकड़ी मचाते हैं। दोनों साथ-साथ खेलते हैं,लेकिन अवनी को लगता है कि तारा आज कुछ उदास है। अवनी तारा से उदास होने का कारण पूछती है लेकिन तारा कोई जवाब नहीं देती है और गुम-सुम होकर चली जाती है।  तब अवनी ने कुछ देर सोचा और वह अपनी मम्मी के पास जाकर ये बात बताती है। अवनी की मम्मी ने तारा को बुलाकर बड़े प्यार से उससे उदासी का कारण पूछा,तो तारा ने झिझकते हुए उनसे बोला कि सावन का महीना शुरु हो गया है। लेकिन मैं और अम्मा जिस छोटे से कमरे में रहते हैं उसमें कई जगह से छत से पानी टपकता है। उसने रोते हुए कहा कि अब हम उस कमरे में अपना गुजारा कैसे करेंगे। फिर मम्मी ने हँसते हुए तारा से कहा,अरे बस इतनी सी बात तुमने पहले क्यों नहीं बतायी। जब तक सावन का महीना चल रहा है तब तक तुम और तुम्हारी अम्मा हमारे साथ रहोगी।ये सुन तारा बहुत खुश हुई। तब तारा को खुश देखकर अवनी ने मम्मी को पुच्ची देते हुए कहा,मम्मी आप कितनी अच्छी हो। तब मम्मी ने हँसते हुए कहा-बिटिया सावन का महीना चल रहा है,यदि हमारे कारण किसी को खुशी पहुंचती है तो भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं और यही उनके प्रति हमारी सच्ची भक्ति भी है। फिर क्या था अवनी ने खुशी से झूमते हुए कहा कि मैं भी सबकी सहायता करूँगी और भोलेनाथ की सच्ची भक्ति करूँगी। फिर अवनी और तारा हँसते-मुस्कुराते साथ-साथ खेलने चली गयीं।

डाॅ०विजय लक्ष्मी
काठगोदाम,उत्तराखण्ड

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25 Comments
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Suresh Karmakar said…
So inspirational and didactic .
DILIP KUMAR said…
अति सुंदर। बेहद भावपूर्ण।
कबीर शंखवार said…
मैने अपने बेटे को सुनाई। बहुत अच्छा।
Dinesh Kumar said…
Kya baat hai dil choo liya aapne dadam ji
Unknown said…
Bahut badhiya bahut hi inspire krne wali story hai mam
Unknown said…
amiri garibi ki rekha Ko saman karne Vali bhavuk laghu katha.ati Sundar.
Munesh said…
Ati sunder
Jiva mehra said…
Bohot hi helpful story hai agli sorry kb aa rahi mam
Satender Pal said…
main bhi story milta hu .
Avantika pandey said…
Aapki is story se mai bohot hi inspire hui mam keep it up
Very beautiful story
Ajay rownie said…
Beautiful story
Anonymous said…
Nicely written
Anonymous said…
बहुत ही सुंदर। यह संदेश की सावन में लोगों की मदद भी करनी चाहिए, सावन को और अधिक प्यारा और पवित्र महीना में बदलेगा।
Deepak yadav said…
Thanks for connecting us to the the source.

Shobhanam!
Roopesh said…
Very nice story
Roopesh said…
Very nice story
Anonymous said…
It is so beautifully written 🙏
Keep it up!!
Mehdi kazmi said…
Bahot acha likha hai...
प्रेम प्रकाश said…
ज़बरदस्त।
DILIP KUMAR said…
मैडम जी नमस्कार। आपका शिष्य।
Ravish Katyal said…
So inspiring and motivating.
Unknown said…
युवा पीढ़ी के लिए बहुत ही सुन्दर संदेश इस लेख के माध्यम से ।।
Dinesh Kumar said…
Sabse khoobsurat