अवधी भाषा में कोरोना👇🏻
आवा भइया बात बताई।
कोरोना कै हाल सुनाई।
चैना वाले का कै डारिन।
हमका जीतै जी यै मारिन।
तिनिकौ नहीं विकास भवा है।
सब धर सत्यानाश भवा है।
अपना तौ खुब मौज मनाइन।
हमका घरमा बंद कराइन।
कब तक घरमा बैठे रहबै।
और कहाँ तक ऐंठे रहबै।
कोरोना कै आश नही ना।
घर यह अब बर्दाश नही ना।
कोरोना कब बंद होई जी।
कब तक एहिकै अंत होई जी।
बच्चन पर कुछ दया करौ जी।
हमरिव थोड़ी गया करौ जी।
स्कूलन का खोल दियौ जी।
आधे आधे बोल दियौ जी।
जब से इहिकै आग जली है।
सब बीमारी भाग चली हैं।
📝अंकित अंकुल यादव, रायबरेली उत्तर प्रदेश