Type Here to Get Search Results !

तेरा नाम मिलेगा,प्रेमी

तेरा नाम मिलेगा

खुद को गर पहचान सको तो
तुमको तेरा नाम मिलेगा ।
बढ़ते जाना निज पथ पर तु 
निश्चित तुझे मुकाम मिलेगा ।।

सत्कर्मों से तुझको बंदे
शकुन सुबह व शाम मिलेगा ।
माता पिता बड़ों की सेवा
करने से सुखधाम मिलेगा ।।

होगी कठिन परीक्षा तेरी
गली जहाँ बदनाम मिलेगी ।
झूठ फरेब, कपट जाल की
खुली हुई दुकान मिलेगी ।।

करो परिश्रम तन से अपने
श्रम का उचित इनाम मिलेगा ।
जीवन में आगे बढ़ने को
हरपल नया काम मिलेगा ।।

माँ बाप की सेवा कर लो
घर मे ही भगवान मिलेगा ।
प्रेमशंकर की बातें सुन लो
इनसे तुमको  ज्ञान मिलेगा ।।

कवि--प्रेमशंकर प्रेमी (रियासत पवई )

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.