दिव्य दोहे - - -
खूब सफाई कर रहे, हम - तुम मिलकर मीत l
सुना रहे हैं आप को, प्रिय दोहे संगीत ll 1 ll
दीप जला तुलसी तले, करिये "हरि" का जाप l
'ईश्वर' उनकी दया से, मिटे सकल संताप ll 2 ll
दीवाली मनती रहे , दीप ज्योति के साथ l
ईश्वर को हम पूज कर, नित्य झुकाएं माथ ll 3 ll
लक्ष्मी और गणेश को, स्थापित कर आज l
पूजा करते हम सभी, तभी बने सब काज ll 4 ll
दीप जलायें सब जगह, लेकर पावन हाथ l
बहुत उजाला फैलता, दीप जलें जब साथ ll 5 ll
ज्योति-ज्योति से मिल जला, जग में अनगिन दीप l
सागर में दीपित दिखा , बहु' मोतीमय सीप ll 6 ll
शुभ मन्त्रों का जप करें, एक साथ सब लोग l
'ईश्वर' धीरे ही सही, दूर करें भव रोग ll 7 ll
ईश्वर चंद्र जायसवाल, शिक्षक, मनका पुर, गोंडा (उ. प्र.)