मां के लिए समर्पित पंक्तियां
कभी ना बिछड़ना हे मां मेरी।
आंचल मे सुला लो हे मां मेरी।।
पल पल में साथ दो हे मां मेरी।
कभी ना बिछड़ना हे मां मेरी।।
आप से जीवन बना हे मां मेरी।
हमें सुजीना सिखाया हे मां मेरी।
जीवन की छांह हो हे मां मेरी।
कभी भी न रोने दिया हे मां मेरी।
कभी न बिछड़ना हे मां मेरी।
सदा सूखे में सुलाई हे मां मेरी।
सुकपड़ों में सजाई हो हे मां मेरी।
परछाईं सी नजर आई हे मां मेरी।
मुझे कभी न सताई हो हे मां मेरी।
कभी न बिछड़ना हे मां मेरी।
*आशीष शुक्ल*