आदित्य प्रजापति द्वारा स्वरचित रचना
*रिश्ते प्यार के*
रिश्तो में विश्वास है प्यार
परिवारों में विचार है प्यार
समझदार के लिए समझ है प्यार
इमानदारों के लिए ईमान है प्यार!!1!!
रिश्तो में प्यार है तो स्वर्ग है
परिवारों में प्यार है तो स्वर्ग है
समझदार हो में प्यार है तो स्वर्ग है
इमानदारो में प्यार है तो स्वर्ग है !!2!!
जीवन का मतलब प्यार
प्यार से जुड़ा है परिवार
परिवार का मतलब स्वर्ग
स्वर्ग से जुड़ा है प्यार !!3!!
जीवन के लिए अटूट है प्यार
जीवन का दस्तूर है प्यार
जीने के लिए जान है प्यार
हम सभी का पहचान है प्यार !!4!!
धन के बिना भी है प्यार
घर के बिना भी है प्यार
भोजन के बिना भी है प्यार
रोजगार के बिना भी है प्यार !!5!!
प्यार है तो सपना है
प्यार है तो कल्पना है
प्यार है तो कोई अपना है
प्यार है तो जीना मरना है !!6!!
प्यार है तो रिश्ते हैं
प्यार है तो परिवार है
प्यार है तो हम-आप हैं
प्यार है तो ही सारा जहां है !!7!!