विवेकानंद
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विद्या - हाईकू
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विवेकानंद
शिष्य परमहंस
महान संत ।
जिज्ञासु मन
दृढ़ इच्छा की शक्ति
श्रेष्ठ जीवन ।
नरेन दत्त
साहसी कर्मनिष्ठ
उतम व्रत ।
उच्च विचार
चले सत्य की राह
जीवन भर ।
बालपन से
जो ठाना वहीं किया
पूरे मन से ।
एकाग्र मन
ध्यान से सुनते
गुरु वचन।
गीता का ज्ञान
कर्मयोगी महान
दुनियाॅं मान ।
सर्वधर्म में
युवक सन्यासी को
सुना सबने ।
तुम बह्म हो
मन विचार करो
सर्वोत्तम हो ।
सुषमा सिंह
औरंगाबाद
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( सर्वाधिकार सुरक्षित एवं मौलिक)
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