Type Here to Get Search Results !

हसरतें थी उनसे मिलने की सिर्फ एक बार-akela

गजल 

आज मन मेरा मचल गया एकबार फिर से,
किसी नाजनी पर आ गया दिल एकबार फिर से।

हसरतें थी उनसे मिलने की सिर्फ एक बार,
आज हो गया दीदार उनका एकबार फिर से।

सोचा नहीं था विछड कर मिलेंगे फिर कभी,
मेरे अंजुमन में वे आये एकबार फिर से।

खत्म होगा यह पतझड़   आयेंगे अच्छे दिन,
आयेगी मेरे जीवन में बहारें एकबार फिर से।

मेरा दिल भी अजीब है,नटवरलाल तरह,
कौन जाने किस पर हो जाये फिदा एकबार फिर से।

कब तक रहूंगा इस जहाँ में मैं तन्हा अकेला,
आओ बसायें अपनी जिंदगी एकबार फिर से।
       ------000------
          अरविन्द अकेला

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.