[07/11, 1:42 pm] सीताराम पवार: *मेरा जलना तेरा मुस्कुराना*
"मेरा रोना तेरा हंसना यही तो इस जीवन का संगीत है"
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मेरा जलना तेरा मुस्कुराना ये इस फ़ानी दुनिया की रीत है
शमा का जलना परवाने का मरना है यही तो सच्ची प्रीत है।
प्यार की खातिर दुनिया में जान अपनी कुर्बान कर देना
प्यार की इस दुनिया में यही तो प्रेमी की सच्ची जीत है।
मैं भी जलु तू भी जले तो इस दुनिया में अंधेरा छा जाएगा
मेरा जलना तेरा मुस्कुराना इससे जीवन नवनीत है
जलन मेरे सीने की इस दुनिया को कभी दिखाई नहीं देती
मेरा रोना तेरा हंसना यही तो इस जीवन का गीत है।
तुझे जलता देख कर मेरी भी आंखें नम हो जाती है
दिल की धड़कन बढ़ जाती है यही जीवन का संगीत है।
तेरा जलना दुख है तो मेरा भी मुस्कुराना सुख कहलाता है
सुख-दुख फिर भी साथ है यही दोनों इस जीवन के मीत है।
एक हसे और एक मुस्कुराए जिंदगी भी इसी को कहते हैं
मैं भी मस्कुराउ तू भी मुस्कुराए इससे ही प्रीत पुनीत है।
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बेशकीमती नज़राना
"फलक से सितारे तोड़कर लानेवाले भी अब नहीं मिलते जमाने मे"
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हमको मिली ये जिंदगी उस खुदा का बेशकीमती नजराना है
जिंदगी को पाकर हर अजीज दिल ने भी गाया यही तराना है।
जिंदगी जिसने बख्शी है उसका शुक्रिया तो अदा करना होगा
टूटकर जिसने मोहब्बत की उस सनम से उसी का नाम परवाना है।
शमा भी जिस आग में जलती है अपनी नुमाइश के लिए
वह भी उस आग में जल जाता है क्योंकि वह भी तो दीवाना है।
शमा और परवाने के किस्से बहुत सुन लिए यारो अब तो हमने
दो प्रेमियों को कभी मिलने नहीं देता ये जालिम जमाना है।
मोहब्बत को हकीकत में बदलना इतना भी आसान नहीं है
कोई इसको हकीकत में बदलता है तो हो जाता हंगामा है।
नसीब से मोहब्बत मिल जाए उसका तो सफर आसान हो जाता है
जिसने मोहब्बत में खता खाई है फिर तो उसका नहीं ठिकाना है।
फलक से सितारे तोडकर लानेवाले भी अब नहीं मिलते जमाने मे
खुदा से पाई इस सौगात के नाज़ हमने भी हरहाल में उठाना है।
सीताराम पवार
उ मा वि धवली
जिला बड़वानी
9630603339