विष्णु धाम पुनपुन बटाने संगम तट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया
औरंगाबाद ,(अकेला न्यूज)।सदर प्रखंड स्थित जम्ह़ोर थाना अंतर्गत पुनपुन बटाने संगम के तट पर विष्णु धाम मंदिर के प्रांगण में अवस्थित भगवान भास्कर की अति प्राचीन मंदिर एवं प्रतिमा मनोहारी छवि को प्रस्तुत करती हुई प्रतीत होती है। संगम तट पर छठ पूजा का आयोजन अति प्राचीन है यहां छठ करने की परंपरा पौराणिक है हजारों वर्षों से यहां छठ पूजा होते आ रहे हैं पुनपुन का प्रथम संगम तत्पर छठ करना विशेष फलदाई है। सामयिक साहित्य संवाद के संयोजक सुरेश विद्यार्थी ने बताया कि आदि गंगा पुनपुन बटाने का या संगम तट युगो-युगो से अपनी पौराणिकता की कहानी को बयां कर रहा है। पुनपुन का अवतरण गंगा के पहले हुआ था। इनका नाम आदि गंगा इसीलिए पड़ा।पुनपुन का प्रथम संगम होना इसकी छटा को और बिखेर देता है।इसकी महत्ता बढ़ जाती है। यहाँ छठ पूजा करने का विशेष महत्व है एवं संगम स्थल पर अवस्थित विष्णु धाम परिसर में भगवान भास्कर की प्रतिमा छठ के समय में पूजन अर्चन करने का विशेष फल प्राप्त होता है। पुराणों में वर्णित है कि संगम तट पर अवस्थित यदि भगवान विष्णु हो और उनके परिसर में भगवान सूर्य विराजमान हो तो वहां पूजा पाठ करने का विशेष महत्व होता है एवं मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। इस वर्ष छठ के मौके पर हजारों छठ व्रतियों ने अर्घ्य दिया।