सामयिक परिवेश अंतर्राष्ट्रीय पटल के उड़ीसा इकाई में भव्य कवि गोष्ठी आयोजित
काश जिंदगी परी कथा सदृश होती,किसी के नयन में अश्क न होते
पटना,10 फरवरी(अकेला न्यूज)।सामयिक परिवेश की उड़ीसा इकाई के पटल पर एक भव्य कवि गोष्ठी आयोजित की गई। कवि गोष्ठी में आये हुए देश के कोने-कोने से आये कवियों एवं कवयित्रियों ने एक से बढ़ कर एक रचनाओं का पाठ कर सामयिक परिवेश के पटल को सुसज्जित एवं गौरवान्वित किया। सभी ने पटल को आह्लादित किया।इन सब की रचनाओं ने पटल को एक नई ऊंचाई प्रदान किया।
सरस्वती वंदना का पाठ वीणा गोयल ने बड़े ही सरस स्वर में किया।सामयिक परिवेश की संस्थापिका ममता मेहरोत्रा (बिहार) ने अपने उद्बोधन से पटल को आह्लादित किया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.मीना कुमारी परिहार ने प्रभावकारी उद्गार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि अशोक गोयल ने बहुत ही शानदार संबोधन किया।
सामयिक परिवेश की राष्ट्रीय समन्वयक सविता राज (मुजफ्फरपुर) ने बहुत ही प्रभावी अंदाज में संचालन किया।
षकाव्यपाठ करने वाले रचनाकारों में भगवती शिव प्रसाद बिहानी चुरू(राजस्थान),
आशा जी (दिल्ली),अनंत राम चौबे अनंत (मध्य प्रदेश),वी अरुणा (कोलकाता), डॉ.
पूनम सिन्हा श्रेयसी (पटना),अशोक गोयल,
डॉ. मीना कुमारी परिहार(बिहार),पुष्पा बुकलसरिया, बृज किशोरी त्रिपाठी (गोरखपुर),रामनिवास तिवारी आशुकवि,
(निवाड़ी मध्य प्रदेश), किशन लाल कहार,
(बून्दी राजस्थान),ईश्वर चंद्र जायसवाल
,डॉ.सुमन मेहरोत्रा (मुजफ्फरपुर),कवयित्री अन्नपूर्णा मालविया,अरविंद अकेला (पटना),
सुनील कुमार उपाध्याय एवं डॉ राम शरण सेठ(छटहाॅं मिर्जापुर) ने काव्य पाठ कर संपूर्ण वातावरण को काव्यमय बना दिया।
कार्यक्रम का विराम डॉ.सुमन मेहरोत्रा के आभार ज्ञापन से हुआ।