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नफरत की दुनियाँ छोड़कर प्यार की बात करें : अकेला

नफरत की दुनियाँ छोड़कर,प्यार की बात करें : अकेला

जिला प्रशासन द्वारा कवि गोष्ठी आयोजित 

जहानाबाद (अकेला न्यूज)। आओ अंधेरों की बस्ती में प्रकाश की बात करें,नफरत की दुनियाँ छोड़कर प्यार की बात करें। 
      उपरोक्त पंक्तियाँ  हास्य-व्यंग्य एवं श्रृंगार रस के जाने-माने वरीय कवि अरविन्द अकेला ने जहानाबाद के अब्दुलबारी नगर भवन में कला संस्कृति एवं युवा विभाग और जिला प्रशासन,जहानाबाद द्वारा आयोजित कवि गोष्ठी में कही जो तालियों के बीच काफी सराही गयी।
      जिला पदाधिकारी रिची पाण्डेय,एस.पी. दीपक रंजन,ए.डी.एम.सुधा गुप्ता,वरीय उप समाहर्ता (स्थापना) मार्गन सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार एवं डी.पी.आर.
ओ. निकिता कुमारी की गरिमामई उपस्थिति में एवं पटना से पधारीं गजलकारा स्वेता गजल के संचालन में एवं सामयिक परिवेश के संयोजन में आयोजित कवि गोष्ठी की शुरुआत वरीय गजलकार दिलशाद नजमी ने अपने गजल से की। 
       पटना से पधारे वरीय पत्रकार एवं कवि चंदन द्विवेदी ने अपनी कविता की इन पंक्तियों-"आधा चंदा तेरी छत पर,आधा चंदा तेरे पास,आधे-आधे होते सपने,आधी निद्रा का अभ्यास",के माध्यम से लोंगो के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी।वरीय गायिका एवं कवियित्री डा.नीतू कुमारी नवनीत की बेटियों को समर्पित कविता की यह पंक्तियाँ " इज्जत बची रहे बिटिया की मुल्क में,खेले नहीं कोई खून की होली दहेज में "काफी सराही गई।वरीय कवियित्री डॉ.प्रतिभा रानी की कविता की यह पंक्तियाँ "सात रस भींग रहे सभी नर-नारी,यू हीं पारी-पारी "श्रोताओं द्वारा काफी सराही गई। 
       एक तरफ स्थानीय कवियित्री एवं साहित्यिक संगठन शब्दाक्षर की अध्यक्षा सावित्री सुमन की गजल  काफी पसंद की गई वही  स्थानीय वरीय कवि महेश कुमार मधुकर की कविता श्रोताओं को काफी अच्छी लगी।
       पटना सिटी से पधारे युवा कवि सामर्थ्य नाहर की बिहार गीत एवं कवि ता की यह पंक्ति "मेरी जिंदगी में तेरे होने की पहचान ऐसी है,मानो राही को मंज़िल और जोगी को शिव मिलने जैसी हो " तालियों के बीच काफी सराही गयी जबकि जहानाबाद के काको निवासी एवं पटना से पधारे युवा कवि अमृतेश कुमार मिश्रा की कविता की ये पंक्तियाँ "धुटन की बात पर बस इतना कहूँगा,मुहब्बत योग है बंधन नहीं है "तालियों के बीच पसंद की गई वहीं गया से आये युवा कवि कुमार आर्यन गयावी की कविता की इन पंक्तियाँ "आधी रोटी खाई पर ईमान की,बेचकर ईमान कुछ खाया नहीं" तालियों के बीच सराही गई। 
      कवि गोष्ठी में पधारें सभी रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से संपूर्ण वातावरण को काव्यमय बना दिया। 
        कवि गोष्ठी के पश्चात ए.डी.एम. सुधा गुप्ता एवं एस.डी.ओ.मनोज कुमार द्वारा सभी कवियों एवं कवियित्रियों  को मोमेंटो एवं शाल देकर सम्मानित किया गया।
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